दोस्तों नमस्कार,
आज बहुत खुशी हो रही है आपसे मिलकर क्योंकि डेढ़ वर्ष बाद मेरा ब्लॉग खुला. ना जाने कितनी बार किस किसने यह प्रयास किया मगर मनीष जी के प्रयास से यह सम्भव हुआ. उनको बहुत-बहुत धन्यवाद....
आप लोगों से दूर रही ना ङी आपके ब्लॉग पढ़ पाई और ना ही अपनी रचनाएं आप तक पहुंचा पाई. अब यह सिलसिला नहीं टूटेगा. मुझे यकीन है आप सबका साथ अवश्य मिलेगा.....आपकी पुरानी दोस्त
वीना श्रीवास्तव
आज बहुत खुशी हो रही है आपसे मिलकर क्योंकि डेढ़ वर्ष बाद मेरा ब्लॉग खुला. ना जाने कितनी बार किस किसने यह प्रयास किया मगर मनीष जी के प्रयास से यह सम्भव हुआ. उनको बहुत-बहुत धन्यवाद....
आप लोगों से दूर रही ना ङी आपके ब्लॉग पढ़ पाई और ना ही अपनी रचनाएं आप तक पहुंचा पाई. अब यह सिलसिला नहीं टूटेगा. मुझे यकीन है आप सबका साथ अवश्य मिलेगा.....आपकी पुरानी दोस्त
वीना श्रीवास्तव
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