मंगलवार, 9 अक्टूबर 2012

मित्रों कल मेरे काव्य संग्रह 'मचलते ख्वाब' और रश्मि प्रभा जी के संपादन में संपादित 'अनुगूंज' और 'खामोश खामोशी और हम' का विमोचन हुआ. आज विभिन्न समाचार पत्रों में उसकी विस्तृत खबर छपी....







15 टिप्‍पणियां:

रश्मि प्रभा... ने कहा…

झोली भरकर बधाइयां और शुभकामनायें .... समाचारपत्रों की सूचना कल ही रांची से मिल गई थी .

रंजू भाटिया ने कहा…

बहुत बहुत बधाई ........

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

बहुत बहुत बधाई हो।

रचना दीक्षित ने कहा…

ढेर सारी बधाईयाँ इस खुशखबरी पर...

सदा ने कहा…

बहुत - बहुत बधाई सहित शुभकामनाएं

Dr. sandhya tiwari ने कहा…

bahut bahut badhai mujhe bhagalpur me samachar patr se jaankari mili

संजय कुमार चौरसिया ने कहा…

बधाइयां और शुभकामनायें

अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com) ने कहा…

बहुत-बहुत बधाई वीणा जी

अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com) ने कहा…

बहुत-बहुत बधाई........

Dr Varsha Singh ने कहा…

CONGRATULATIONS.....FOR THIS GREAT OPPORTUNITY.....

Minakshi Pant ने कहा…

वाह बहुत खूब बहुत २ बधाई और आगे के लिए ठेरों शुभकामनायें |

साहिल ने कहा…

बहुत बहुत बधाइयाँ वीणा जी!

Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकार ने कहा…



वीना जी
बहुत बहुत बधाइयां और शुभकामनाएं !

संजय भास्‍कर ने कहा…

........बहुत - बहुत बधाई !!

जयकृष्ण राय तुषार ने कहा…

बहुत -बहुत बधाई वीना जी |